Not known Details About Shodashi
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Inspiration and Empowerment: She is a image of strength and courage for devotees, specifically in the context of your divine feminine.
The Navratri Puja, For illustration, entails setting up a sacred House and accomplishing rituals that honor the divine feminine, having a focus on meticulousness and devotion that's considered to carry blessings and prosperity.
आर्त-त्राण-परायणैररि-कुल-प्रध्वंसिभिः संवृतं
She is honored by all gods, goddesses, and saints. In certain spots, she is depicted donning a tiger’s pores and skin, using a serpent wrapped around her neck and also a trident in a single of her hands when the other retains a drum.
When Lord Shiva read with regard to the demise of his spouse, he couldn’t Command his anger, and he beheaded Sati’s father. Nonetheless, when his anger was assuaged, he revived Daksha’s lifestyle and bestowed him by using a goat’s head.
श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥२॥
सर्वसम्पत्करीं वन्दे देवीं त्रिपुरसुन्दरीम् ॥३॥
ஓம் ஸ்ரீம் ஹ்ரீம் க்லீம் ஐம் ஸௌ: ஓம் ஹ்ரீம் ஸ்ரீம் க ஏ ஐ ல ஹ்ரீம் ஹ ஸ க ஹ ல ஹ்ரீம் ஸ க ல ஹ்ரீம் ஸௌ: ஐம் க்லீம் ஹ்ரீம் ஸ்ரீம்
The iconography serves as a focus for meditation and worship, enabling devotees to attach with more info the divine Vitality on the Goddess.
देवस्नपनं उत्तरवेदी – प्राण प्रतिष्ठा विधि
यहां पढ़ें त्रिपुरसुन्दरी कवच स्तोत्र संस्कृत में – tripura sundari kavach
कामाक्षीं कामितानां वितरणचतुरां चेतसा भावयामि ॥७॥
इसके अलावा त्रिपुरसुंदरी देवी अपने नाना रूपों में भारत के विभिन्न प्रान्तों में पूजी जाती हैं। वाराणसी में राज-राजेश्वरी मंदिर विद्यमान हैं, जहाँ देवी राज राजेश्वरी(तीनों लोकों की रानी) के रूप में पूजी जाती हैं। कामाक्षी स्वरूप में देवी तमिलनाडु के कांचीपुरम में पूजी जाती हैं। मीनाक्षी स्वरूप में देवी का विशाल भव्य मंदिर तमिलनाडु के मदुरै में हैं। बंगाल के हुगली जिले में बाँसबेरिया नामक स्थान में देवी हंशेश्वरी षोडशी (षोडशी महाविद्या) नाम से पूजित हैं।
यहां पढ़ें त्रिपुरसुन्दरी हृदय स्तोत्र संस्कृत में – tripura sundari hriday stotram